वाशिंगटन : कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में हाहाकार बचा हुआ है। इस बीच अमेरिका में इस घातक संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 83 हजार के पार हो गई है, जबकि संक्रमण के मामले 14 लाख से अधिक हैं। बढ़ते संकट के बावजूद यहां कई प्रांतों में लॉकडाउन खोलने का फैसला लिया गया है, जिसपर विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। उनका कहना है कि इसके नतीजे 'अनावश्यक दुख और मृत्यु' के रूप में सामने आएंगे।
विशेषज्ञ की चेतावनी
अमेरिका में कोरोना वायरस से अब तक 83,425 लोग जान गंवा चुके हैं, जबकि संक्रमण के मामले 14.08 लाख से ज्यादा हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, अमेरिका में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से 1,894 लोगों की मौत हुई है। इस बीच देश के कई प्रांतों में लॉकडाउन हटाने का फैसला किया गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जहां इसकी प्रशंसा की है, वहीं विशेषज्ञों ने इसे लेकर चेताया है। शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथोनी फौसी ने कांग्रेस को आगाह किया कि यदि देश में लॉकडाउन जल्दी हटा लिया गया तो इसके परिणाम गंभीर हो सकते हैं।
'हो सकता है खतरा'
सीनेट के एक पैनल के समक्ष पेश होने वाले स्वास्थ्य विशेषज्ञों में शामिल डॉ. फौसी ने कहा कि यदि दिशा-निर्देशों में जांचबिंदुओं का पालन नहीं किया तो पूरे देश में कई प्रकोपों का खतरा उत्पन्न हो सकता है। वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से पैनल के समक्ष पेश हुए डॉ. फौसी ने जोर देकर कहा कि अधिकारियों को चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन हटाने के संबंध में संघीय दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए।
अमेरिका में सबसे अधिक मौतें
यहां उल्लेखनीय है कि अमेरिका में कोरोना वायरस से मौतों और संक्रमण, दोनों का आंकड़ा दुनिया के किसी भी देश के मुकाबले सबसे अधिक है। पूरी दुनिया में इस घातक संक्रमण से अब तक 2.92 लाख लोगों की जान जा चुकी है, जबकि संक्रमण के मामले बढ़कर 43.39 लाख से अधिक हो चुके हैं। चीन के वुहान से दिसंबर 2019 में शुरू हुआ यह घातक संक्रमण अब दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कहर बरपा रहा है, जिसका अब तक न तो सटीक इलाज ढूंढा जा सका है और न ही वैक्सीन तैयार किया जा सका है।