कराची: पाकिस्तान के कराची में शुक्रवार को हुए दर्दनाक विमान हादसे में नौ बच्चों समेत 97 लोगों की मौत हो गई। लेकिन इस हादसे में दो लोग चमत्कारिक रूप से बच गए। जिनमें से एक का इलाज कराची के अस्पताल में चल रह रहा है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) का एक यात्री विमान शुक्रवार को कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास घनी आबादी वाली बस्ती में क्रैश हो गया था। एयरबस ए320 विमान में 91 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य सवार थे।
चमत्कारिक रूप से बचे दो लोग
हादसे में जो दो लोग जिंदा बचे हैं उनमें से एक बैंक ऑफ पंजाब के प्रेसिडेंट जफर मसूद (Zafar Masood) और दूसरे नौजवान का नाम है मोहम्मद जुबैर। मसूद का इलाज इस समय कराची के एक अस्पताल में चल रहा है। जफर मसूद को इस हादसे में कूल्हे की हड्डी में चोट लगी है और उनका कॉलर बोन फ्रैक्चर हुआ है। वहीं जिंदा बचा बचा एक नौजवान इंजीनियर है, जिसका नाम मुहम्मद जुबैर है जिनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। जुबैर ने इस हादसे के बारे में एक पाक टीवी चैनल को इंटरव्यू दिया है।
दो बार हुई लैंडिंग की कोशिश
जुबैर ने बताया, 'एक बजे फ्लाइट लाहौर से चली। सारी चीजें सही चल रही थी। पायलट ने अनाउंसमेंट की कि अब विमान कराची एयरपोर्ट पर लैंड करने वाला है। उसने लैंड करने की कोशिश की तो एक दो झटके लगे नीचे की तरफ। थोड़ा सा विमान रनवे पर चला भी लेकिन फिर पायलट ने होशियारी के साथ उसे दुबारा ऊपर उड़ा दिया।'
लोगों ने शुरू कर दिए कलमे पढ़ने
जुबैर ने आगे बताया, 'ऊपर उड़ने के बाद लोगों ने कलमे पढ़ने शुरू कर दिए , दुआएं करनी शुरू कर दी। उसके बाद 10 से 15 मिनट वो जहाज को ऊपर ही उड़ाते रहे हैं। उन्होंने एक जगह देख के दुबारा अनाउंसमैंट की कि हम लैंड करने वाले हैं। लेकिन उसके बाद अचानक से प्लेन क्रैश हो गया। क्रैश होने के बाद जैसे मैंने देखा तो चारों तरफ आग लगी थी और धुंआ ही धुंआ था। चीखें-पुकार थी। मैंने अपनी सीट बेल्ट खोली तो मुझे एक जगह रोशनी नजर आई। रोशनी को देखते हुए मैं बाहर आया हूं।'
97 शव मिले
इससे पहले पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने ट्वीट करते हुए बताया, 'सेना के तलाश एवं बचाव दल, सैनिकों, रेंजरों और सामाजिक कल्याण संगठनों द्वारा बचाव अभियान जारी है। 97 शव मिले हैं और दो यात्री जीवित हैं। प्रभावित हुए 25 घरों के मलबे को हटाया गया है, उनमें रह रहे लोगों को नगर प्रशासन की मदद से विभिन्न स्थानों पर ठहराया गया है।'