Pakistan-India Relation: बिलावल भुट्टो ने भारत के साथ फिर से जुड़ने की वकालत की

दुनिया
आईएएनएस
Updated Jun 17, 2022 | 00:21 IST

  बिलावल भुट्टो ने कहा, 'मैं विदेश मंत्री के रूप में अपने देश के प्रतिनिधि के रूप में न सिर्फ भारत सरकार से बात कर पाता हूं, बल्कि भारत के लोगों से भी बात नहीं कर पाता और क्या यह पाकिस्तान के उद्देश्यों को पूरा करने का सबसे अच्छा तरीका है?'

Bilawal Bhutto
बिलावल भुट्टो ने भारत के साथ फिर से जुड़ने की वकालत की (फाइल फोटो) 

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने गुरुवार को अपने देश को 'अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग' बताते हुए भारत के साथ फिर से जुड़ने की जोरदार वकालत की और सवाल उठाया कि भारत के साथ संबंध तोड़ना क्या देश के हित में हैं? एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद में इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज में बोलते हुए बिलावल ने कहा, "क्या यह हमारे हित में है, क्या इससे हमारा मकसद पूरा होगा, चाहे वह कश्मीर हो, चाहे बढ़ती इस्लामोफोबिया हो, भारत में नए शासन और सरकार की हिंदुत्व सर्वोच्चतावादी प्रकृति हो? हमने रिश्ते को व्यावहारिक रूप से काट दिया है। क्या इससे हमारा मकसद पूरा हो रहा है?"

फरवरी 2021 में जब दोनों देशों ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्ष विराम का नवीनीकरण किया, तो कुछ उम्मीद जगी थी। संघर्ष विराम अभी भी जारी है, लेकिन दोनों पक्ष वार्ता फिर से शुरू करने के लिए अगला कदम उठाने पर सहमत नहीं हो सके।

लेकिन पाकिस्तान में सरकार बदलने से कुछ स्तर पर जुड़ाव की नई उम्मीद जगी है। माना जाता है कि मौजूदा गतिरोध से बाहर निकलने का रास्ता खोजने के लिए किसी तरह का 'बैक चैनल' सक्रिय है।

एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इस पृष्ठभूमि में विदेश मंत्री जरदारी का बयान इस ओर इशारा करता है कि मौजूदा सरकार कुछ बदलाव लाने को उत्सुक है।

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