UNSC में स्थायी सदस्यता की भारत की दावेदारी का रूस ने किया समर्थन, बताया- मजबूत उम्मीदवार

रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। चीन को छोड़कर हर स्थायी राष्ट्र ने भारत का इसके लिए समर्थन किया है।

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चीन से विवाद के बीच भारत को रूस का समर्थन 
मुख्य बातें
  • UNSC में भारत को स्थायी सदस्यता मिलनी चाहिए: रूस
  • UN सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता में चीन बना हुआ है रोड़ा
  • चीन को छोड़कर भारत की इस दावेदारी का हर स्थायी राष्ट्र ने समर्थन किया है

नई दिल्ली: चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच भारत के लिए अच्छी खबर आई है। दरअसल, रूस ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि भारत भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने के लिए एक मजबूत उम्मीदवार है।

लावरोव ने कहा, 'आज हमने संयुक्त राष्ट्र के संभावित सुधारों की बात की और भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने के लिए एक मजबूत उम्मीदवार है और हम भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं। हमारा मानना है कि वह सुरक्षा परिषद का पूर्ण सदस्य बन सकता है।' 

चीन को छोड़कर UNSC के हर स्थायी राष्ट्र ने भारत की दावेदारी का समर्थन किया है। रूस ने इसके लिए पहले भी भारत का समर्थन किया है। 

8वीं बार UNSC का अस्थाई सदस्य बना भारत

हाल ही में भारत एक बार फिर 8वीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य चुना गया। भारत का कार्यकाल अब 2021-22 तक रहेगा। 192 वोटों में से भारत के पक्ष में 184 वोट पड़े। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने ट्वीट करते हुए लिखा सदस्य देशों ने भारत को भारी समर्थन देते हुए 2021-22 तक के लिए यूएनएससी का अस्थाई सदस्य चुना है। हमें भारी समर्थन मिला है और संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने जो विश्वास जताया है उससे विनम्र महसूस कर रहा हूं। अस्थायी सदस्य चुने जाने के लिए भारत को महज 128 मतों की जरूरत थी लेकिन वोट 184 मिले। भारत पहली बार 1950 में गैर-स्थायी सदस्य चुना गया था।

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