अभी खत्‍म नहीं हुआ खेल! अफगानिस्‍तान में तालिबान को निशाना बनाने को अमेरिका ने भेजे बी-52 बमवर्षक

दुनिया
आईएएनएस
Updated Aug 08, 2021 | 09:07 IST

अफगानिस्‍तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के फैसले के बाद से तालिबान का प्रभाव यहां बढ़ रहा है, जिससे सुरक्षा हालात को लेकर चिंता पैदा हो गई है। इस बीच अमेरिका ने अफगानिस्‍तान में बी-52 बमवर्षक भेजे हैं।

अभी खत्‍म नहीं हुआ खेल! अफगानिस्‍तान में तालिबान को निशाना बनाने को अमेरिका ने भेजे बी-52 बमवर्षक
अभी खत्‍म नहीं हुआ खेल! अफगानिस्‍तान में तालिबान को निशाना बनाने को अमेरिका ने भेजे बी-52 बमवर्षक  |  तस्वीर साभार: AP, File Image

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानिस्तान में तीन प्रमुख शहरों की ओर बढ़ रहे तालिबान आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए बी-52 बमवर्षक और स्पेक्टर गनशिप का आदेश दिया है। शीतयुद्ध-युग के रणनीतिक बमवर्षक ने पहली बार 1950 के दशक में उड़ान भरी थी, लेकिन अभी भी इसके 70,000एलबी पेलोड और 8,000 मील से अधिक की सीमा के कारण उपयोग किया जाता है। उन्हें एसी-130 स्पेक्टर गनशिप द्वारा समर्थित किया जा रहा है जो 25 मिमी गैटलिंग गन, 40 मिमी बोफोर्स तोप और 105 मिमी एम 102 तोप से लैस हैं, जो हवा से सटीक आग को इंगित कर सकते हैं।

रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बी-52 और एसी-130 हेलमंद प्रांत में कंधार, हेरात और लश्कर गार के आसपास विद्रोहियों को निशाना बना रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी वायुसेना दक्षिणी हेलमंद और कंधार प्रांतों में तालिबान के ठिकानों पर अफगान वायुसेना की बमबारी में सहायता करना जारी रखे हुए है, क्योंकि अफगान सुरक्षा बल तालिबान के अधिग्रहण को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

बी-52 कतर से बाहर काम कर रहे हैं, जबकि विमानवाहक पोत यूएसएस रोनाल्ड रीगन अरब सागर में तैनाती पर है। परमाणु शक्ति से चलने वाले इस युद्धपोत में एफ/ए-18 सुपर हॉर्नेट का बेड़ा है। अफगान वायुसेना कुछ टर्बो-प्रोप लाइट अटैक एयरक्राफ्ट जैसे ए-29 सुपर टूकानो से लैस है, हालांकि 2015 से केवल 30 पायलट ही योग्य हैं।

अफगानिस्‍तान में बढ़ रहा तालिबान का असर

अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा युद्धग्रस्त राष्ट्र से बाहर निकलने के बाद तालिबान पूरे अफगानिस्तान में आगे बढ़ रहा है, जिससे देश के संघर्षरत रक्षा बलों को आतंकवादियों से निपटने के लिए छोड़ दिया गया है।

इससे पहले, शनिवार को तालिबान ने जव्जान के शेबरघन शहर पर कब्जा कर लिया था। शुक्रवार को जरांज गिरने के बाद पिछले 24 घंटों में यह विद्रोहियों के कब्जे में आने वाली दूसरी प्रांतीय राजधानी थी। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें तालिबान द्वारा जेल पर नियंत्रण हासिल करने के बाद कैदियों को शिबरघन से भागते हुए दिखाया गया है। इसी तरह, ट्विटर पर एक और क्लिप कुछ ऐसा ही दिखाती है जो 700 मील से अधिक दूर जरांज में हुआ था।

अगली खबर