कोरोना वायरस (COVID-19) को WHO ने 'महामारी' घोषित किया,मगर इसे खत्म किया जा सकता है,ये है 4 सूत्रीय कार्ययोजना

दुनिया
रवि वैश्य
Updated Mar 12, 2020 | 00:05 IST

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को कहा कि कोरोनावायरस को महामारी के रूप में जाना जा सकता है, वहीं उसने साफ किया है कि  इसे खत्म किया जा सकता है, इसके लिए 4 सूत्रीय कार्य योजना है।

 COVID-19
WHO के पास घातक वायरस को हराने के लिए 4 सूत्रीय कार्य योजना है 

नई दिल्ली: कोरोना वायरस का प्रकोप दुनिया में बढ़ता ही जा रहा है, अब डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टैड्रॉस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने एक मीडिया रिपोर्टिंग में कहा, 'डब्ल्यूएचओ इस लगातार इस प्रकोप का आकलन कर रहा है और हम प्रसार और गंभीरता के खतरनाक स्तर और निष्क्रियता के खतरनाक स्तर दोनों से चिंतित हैं।' उन्होंने कहा, हमने इसलिए आकलन किया है कि COVID-19 को महामारी (Pandemic) के रूप में पहचाना जा सकता है।

उन्होंने आगे कहा कि 'महामारी (Pandemic) हल्के या लापरवाही से इस्तेमाल करने के लिए एक शब्द नहीं है। यह एक ऐसा शब्द है, जिसका दुरुपयोग होने पर, अनुचित भय, या अनुचित स्वीकृति हो सकती है कि लड़ाई खत्म हो गई है, जिससे अनावश्यक पीड़ा और मृत्यु हो सकती है।'

 

 

उन्होंने कहा कि खतरा बड़ा है लेकिन इसे खत्म किया जा सकता है - WHO के पास घातक वायरस को हराने के लिए 4 सूत्रीय कार्य योजना है।

 

 

टैड्रॉस ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में, बाहर COVID-19 के मामलों की संख्या में 13 गुना वृद्धि हुई है और प्रभावित देशों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है, पुष्टि की गई है कि, मौतों और प्रभावित देशों की संख्या बढ़ने की आशंका है आने वाले दिनों और हफ्तों में और भी अधिक हो सकता है, टेड्रोस ने कहा, '114 देशों में अब 118,000 से अधिक मामले हैं, और 4,291 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।'

 

 

इससे पहले हाल ही में WHO ने  वैश्‍व‍िक स्‍तर पर इस जोखिम को बेहद उच्‍च स्‍तर (high at a global level) पर कर दिया था। WHO ने अपने अधिकारिक बयान में कहा था कि उसके महामारी विशेषज्ञ लगातार वायरस के फैलाव की निगरानी कर रहे हैं।

 

 

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के प्रमुख टैड्रॉस ऐडनॉम ने जिनेवा में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि वायरस के फैलने और इसके प्रभाव का जोखिम वैश्विक स्‍तर पर अब बहुत ज्‍यादा हो गया है।

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के मुताबिक, इन्‍हीं सावधानियों के जरिए विश्‍व समुदाय लोगों को संक्रमित होने से बचा पाएगा। वहीं जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने विशेषज्ञों के अनुमान का हवाला देते हुए कहा है कि 70 फीसद आबादी कोरोना वायरस की चपेट में आ सकती है और उन्होंने इस बीमारी के फैलने की रफ्तार धीमी करने के उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया।जर्मनी में बुधवार तक इस संक्रमण के करीब 1300 सत्यापित मामले आये और दो मरीजों की जान चली गयी। सरकार ने 1000 से अधिक लोगों की भागीदारी वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिये हैं।

मर्केल ने कहा, 'आपको समझना होगा कि यदि विषाणु है और लोगों में इस विषाणु को लेकर प्रतिरक्षा नहीं है, अबतक कोई टीका नहीं है, कोई उपचार नहीं है तो जैसा कि विशेषज्ञ कहते हैं कि जनसंख्या का 60-70 फीसद हिस्सा उससे संक्रमित हो जाएगा।' 

 

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