दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जिसने खुद को आर्मी में मेजर बताकर पहले सीआईएसफ में तैनात कांस्टेबल को शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया और फिर उसे ब्लैकमेल करता रहा. दिल्ली पुलिस के मुताबिक इसके अलावा आरोपी ने पीड़िता के भाई और परिवार के अन्य सदस्यों को आर्मी और बिहार पुलिस में नौकरी दिलवाने के बहाने उनसे 28 लाख रुपये की ठगी भी की।
इतना ही नही इस मामले में दिलचस्प बात ये है कि साल 2021 में दिल्ली के बिंदापुर थाने की पुलिस जब आरोपी को पकड़ने बिहार गई तो 30-40 लोगों ने दिल्ली पुलिस के जवानों पर हमला किया और पुलिस टीम को कमरे में बंद कर आरोपी को छुड़ाकर फरार हो गए।
उसके परिवार से लाखों की ठगी और महिला कांस्टेबल का रेप भी किया
दरअसल CISF की महिला कांस्टेबल ने आरोप लगाया है कि आरोपी उसे मैट्रोमोनियल साइट पर मिला था और खुद को आर्मी का मेजर बताकर उसके परिवार से लाखों की ठगी और महिला कांस्टेबल का रेप भी किया।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम का गठन किया जिसमें इन्सपेक्टर विकास राणा सब इंस्पेक्टर श्याम विहारी शरन,सब इंस्पेक्टर मंजू, हेड कांस्टेबल दीपक हेड कांस्टेबल अनुज सहित कुछ और क्राइम ब्रांच के अधिकारी शामिल है। इस बार भी क्राइम ब्रांच की टीम जब बिहार आरोपी दीपक को पकड़ने के लिए पहुँची तो आरोपी ने पुलिस टीम पर तलवार लहरा दिया।
लेकिन सब इंस्पेक्टर श्याम विहारी ने बहादुरी दिखाते हुए आरोपी की तलवार छीन ली। जिसके बाद आरोपी दीपक को गिरफ्तार किया गया। क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव के मुताबिक दिल्ली पुलिस को CISF में तैनात महिला कांस्टेबल ने शिकायत दी थी कि दीपक कुमार उस से मैट्रिमोनियल साइट पर मिला था, खुद को उसने आर्मी का मेजर बताया था।
दीपक ने महिला कांस्टेबल के सामने शादी का प्रस्ताव रखा
दीपक ने महिला कांस्टेबल के सामने शादी का प्रस्ताव रखा जिसके बाद दोनों की मुलाकातें शुरू हो गईं। आरोप है कि आरोपी दीपक ने महिला कांस्टेबल के भाई को नौकरी दिलवाने के नाम पर करीब 28 लाख रुपए की ठगी भी की। महिला कांस्टेबल ने जब पैसे मांगे तो आरोपी ने धमकी दी कि वो दोनों की तस्वीरें और वीडियो वायरल कर देगा. इसी को आधार बनाकर उसने महिला को ब्लैकमेल और फिर दुष्कर्म भी किया।
आरोपी के परिवार वाले और साथी पुलिस टीम पर हमला कर आरोपी को छुड़ा कर भाग निकले
जिसके बाद महिला ने इस बाबत पुलिस को शिकयत दी लोकल पुलिस मामला दर्ज कर जब आरोपी को पकड़ने बिहार पहुँची तो वहां आरोपी के परिवार वाले और साथी पुलिस टीम पर हमला कर आरोपी को छुड़ा कर भाग निकले जिसके बाद मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया। और आख़िरकारी काफी मशकत के बाद दीपक को गिरफ्तार किया गया।