businessmen of ambedkar nagar district's Tanda: देश ही नही खाड़ी देशों तक तरह तरह के कपड़ों को निर्यात करने वाला अंबेडकर नगर जिले के टांडा में पावर लूम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर से 1 लाख लोग जुड़े हुए हैं। यही लोग टांडा के चुनावी भविष्य को भी काफी हद तक तय करते हैं।
योगी सरकार ने 'एक जिला एक उत्पाद' के तहत टांडा के पॉवर लूम को चुना गया लेकिन लूम चलाने वाले कारोबारियों की समस्याएं जस की तस हैं।
कारोबारी हाजी मोहम्मद जावेद बताते हैं कि कोरोना ने हम कारोबारियों की कमर तोड़ दी, दो ढाई साल लूम बंद रहे जिससे हमारी दो ईद फीकी रही वहीं महंगे बिजली के बिल की वजह से कई लूम चलाने वाले लोग कर्जदार हो गए। मुलायम सिंह यादव के वक़्त लूम की बिजली की दरें तय कर दी गईं थीं।
पहले 65 रुपये एक लूम महीने का बिल फिक्स था लेकिन अब यूनिट के हिसाब से बिल आता है, वहीं लुंगी, धोती, गमछे की लागत भी बढ़ गयी है लेकिन डिमांड नहीं बढ़ी है। इसके अलावा अच्छे क्वालिटी का धागा भी टांडा में नहीं मिल पाता है, हालांकि जिस तरह के सस्ते कपड़ों का निर्माण टांडा में होता है वो गरीबों सहारा हैं, क्योंकि उसकी कीमत बेहद कम होती है।
इसके बाद हमने जायजा लिया उस कारोबारी का जो एक्सपोर्ट के हैं, उन्होंने बताया कि यहां से हम लोग खाड़ी देशों में निर्यात करते हैं, अभी तक 3 साल पुराना माल भी अभी तक तक पड़ा है जो लॉकडाउन में नहीं बिका लेकिन अब रमजान का महीना आ रहा है उसकी वजह से अरबी रूमालों की डिमांड बढ़ी है।