नई दिल्ली: स्टार्स या फिर किसी सेलिब्रेटी को अच्छी बॉडी में देखना बेहद ही आसान है, लेकिन उस जैसी बॉडी बनाना बेहद ही मुश्किल है। यदि आप भी मस्क्युलर बॉडी बनाना चाहते हैं तो आपको वैज्ञानिक अप्रोच को फॉलो करना होगा। ज्यादातर फिटनेस एक्सपर्ट्स का मानना है कि बॉडी जिम में नहीं घर के किचन में बनती है। रोजाना डाइट में आप क्या खाते हैं? कैसे खाते हैं? कौन सी एक्सरसाइज करते हैं? और बॉडी को कितना आराम देते हैं? बॉडी बनाने में यह सभी कारक बेहद ही महत्वपूर्ण हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
सप्लिमेंट्स लेने से पहले क्या करना जरूरी?
यदि आपकी दिनचर्या खराब है या आपको किसी भी तरह की बीमारी है, जिसका इलाज आपने नहीं कराया है। यदि आप एक्सरसाइज के आधारभूत नियम जैसे प्रोग्रेसिव ओवरलोड (जिम में धीरे-धीरे स्ट्रेंथ बढ़ने के साथ वेटलिफ्टिंग में इजाफा करने) का पालन नहीं करते हैं। यदि आपकी डाइट खराब है।
किसी भी प्रकार के सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले आपको इन बिंदुओं पर विचार करना बेहद ही जरूरी है। इनमें से किसी भी प्रकार की स्थिति में यदि आप सप्लिमेंट लेते हैं तो आपकी बॉडी नहीं बनेगी। ध्यान रहें इस प्रकार के सप्लिमेंट का बिना डॉक्टर की सलाह के बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
सप्लिमेंट्स के साथ आपको भी प्रोएक्टिव होना जरुरी
यदि आप किसी भी प्रकार के सप्लिमेंट का सेवन शुरू कर रहे हैं तो एक्सरसाइज का साप्ताहिक प्लान जरूर बनाएं। आप प्रोटीन और मल्टी-विटामिन का तो इस्तेमाल करेंगे ही साथ ही अपनी एक्सरसाइज को मॉनीटर करेंगे। आप हर हफ्ते के हिसाब से एक्सरसाइज प्लान बना सकते हैं। इसमें आप प्रोग्रेसिव ओरलोड यानि स्ट्रेंथ बढ़ने पर आप जिम में धीरे-धीरे वेट लिफ्टिंग में इजाफा कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि आपने पिछले हफ्ते 10 किलोग्राम के डंबल से बाइसेप्स कर्ल किया था तो आप प्रोग्रेसिव ओवरलोड तकनीक को अपनाकर इसमें वजन में कुछ इजाफा करें। आप हर हफ्ते अलग-अलग प्रकार का वर्कआउट कर सकते हैं। लागातर एक ही तरह का वर्कआउट करने से बॉडी प्लेटो में आ जाती है। प्लेटो एक ऐसी स्थिति है, जब बॉडी किसी भी एक्सरसाइज को आसानी से करने में सक्षम होती है, जिसके वजह से मासपेशियों के ऊत्तकों में टूट-फूट रुक जाती है और मासपेशियों में नई कोशिकाओं का विकास बधित हो जाता है।
सही न्यूट्रिशन प्लान चुनें
बॉडी बिल्डिंग में तीसरी स्टेज आपके न्यूट्रिशन की आती है। आप एक्सरसाइज करने के बाद दिन भर क्या खाते हैं, इसका ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है। यदि आपका फिटनेस गोल मसल बिल्डिंग है और आपकी डाइट में प्रोटीन की कमी है तो आपकी बॉडी कभी नहीं बन सकती। इस स्थिति से निपटने के लिए डाइट में प्रोटीन की मात्रा और हरी सब्जियों की अधिकतम मात्रा को शामिल करें। यहां ध्यान देने योग्य यह है कि स्पोर्ट्स सप्लिमेंट्स नैचुरल डाइट का विकल्प नहीं हो सकते। सप्लिमेंट में एक संपूर्ण डाइट के गुण मिलना थोड़ा मुश्किल है, जो कि आपको नैचुरल डाइट में माइक्रो न्यूट्रिएंट भरपूर मात्रा में मिलते हैं। यदि आप यह सोचते हैं कि सप्लिमेंट का उपयोग करने से जिम में बिना एक्सरसाइज के आपकी बॉडी बन जाएगी तो आपको निराशा ही हाथ लगेगी। चूंकि जबतक मांसपेशियों की कोशिकाओं में टूटफूट नहीं होगी तब तक नई कोशिकाओं का विकास शुरू नहीं होता है। कुल मिलाकर इस प्रकार की गतिविधि से पहले डॉक्टर या फिर जानकार की सलाह बेहद जरूरी है। अन्यथा लाभ की बजाय आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।