नई दिल्ली: भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या (Ayodhya) में शराब की दुकानों को लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है, राम मंदिर क्षेत्र में आने वाली सभी शराब की दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं आबकारी मंत्री ने इस बारे में कहा कि सरकार नियमावली में संशोधन पर विचार नहीं कर रही है।
ये जानकारी राज्य के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद में प्रश्नकाल के दौरान दी, उन्होंने बताया, अयोध्या में राम मंदिर क्षेत्र में आने वाली सभी शराब की दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं वो बसपा सदस्य भीमराव अम्बेडकर के प्रश्न का जवाब दे रहे थे।
रामलला के गर्भगृह का निर्माण आरंभ होने से पूर्व योगी सरकार के इस निर्णय से संतों में खुशी की लहर है, गौर हो कि परमहंसाचार्य इस मुद्दे पर कई बार अनशन कर चुके हैं। संत और साधु धार्मिक स्थलों के आसपास शराब और मांस की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं।
अयोध्या में शराब, मांस व अंडा आदि की बिक्री पहले से ही प्रतिबंधित है, मगर इसके बावजूद अयोध्या से सटे कुछ क्षेत्रों में लाईसेंसी दुकान चल रही थीं और वहां पर में शराब व मांस दोनों की बिक्री हो रही थी वहीं इसके विरोध में तपस्वी छावनी से जुड़े जगदगुरु परमहंसाचार्य कई बार अनशन कर चुके हैं।
गौरतलब है कि बीते साल जन्माष्टमी के मौके पर मुख्यमंत्री पहले ही मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के आदेश दे चुके हैं, कृष्ण नगरी मथुरा में सीएम योगी ने मथुरा में मांस और मदिरा की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाई थी,उस वक्त उन्होंने कहा था कि इसका उद्देश्य मथुरा की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को बचाना है।
आज यानी 1 जून से अयोध्या धाम में रामलला विराजमान के गर्भगृह का भव्य निर्माण का काम शुरू हो गया है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के गर्भगृह के निर्माण का पहला पत्थर रखा। सीएम योगी सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर राम कथा पार्क हेलीपैड पर पहुंचें और सुबह सवा नौ बजे हनुमानगढ़ी पहुंचकर पूजा अर्चना की।
सीएम योगी के साथ उनके साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने 5 अगस्त 2020 को मंदिर का भूमि पूजन किया था और आज सीएम योगी गर्भगृह के निर्माण का शुभारंभ किया। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गर्भगृह की पूजा करने के बाद कहा, 'राम मंदिर भारत का राष्ट्रीय मंदिर होगा। लोग इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। राम मंदिर भारत की एकता का प्रतीक होगा। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 2 साल पहले पीएम मोदी ने शुरू किया था। काम सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है और हम भाग्यशाली हैं कि आज गर्भगृह में पत्थरों को रखने की रस्म शुरू हो गई है।'
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