uttrakhand new cm: उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला सोमवार को देहरादून में होने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक दल की बैठक में हो जाएगा। सूत्रों की मानें तो इस दौड़ में कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Dhami) सबसे आगे हैं। इस पहाड़ी प्रदेश में चुनावी नतीजे आने के बाद ही भाजपा की सरकार बननी तय हो गयी थी लेकिन 10 दिनों तक सरकार गठन को लेकर पार्टी में शीर्ष स्तर पर चली कवायद के बाद भी आधिकारिक रूप से यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।
बहरहाल, यह कवायद रविवार को अंतिम दौर की ओर पहुंचती दिखाई दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी के शीर्ष नेताओं ने इस बैठक में प्रदेश भाजपा के नेताओं से भावी मुख्यमंत्री के नाम को लेकर रायशुमारी की। इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, संगठन महासचिव बी एल संतोष और राज्य के केंद्रीय चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी मौजूद थे।
इन नेताओं ने धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज और पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से भावी मुख्यमंत्री के नाम पर विचार विमर्श किया।
वहीं उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख तय हो गई है बताया जा रहा है कि 23 मार्च सुबह 11 बजे देहरादून के परेड ग्राउंड में नई सरकार का शपथग्रहण समारोह होगा, इस शपथ ग्रहण समारोह को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी की जा रही है।
बैठक के बाद धामी ने बताया कि सोमवार को विधायक दल की बैठक होगी और इसमें मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। सोमवार को विधानसभा में सभी नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण होगा और इसके बाद विधायक दल की बैठक होगी।भाजपा ने अपने नवनिर्वाचित विधायक दल की बैठक राज्य मुख्यालय में सोमवार को चार बजे बुलाई है। इस बैठक में नए नेता का चयन किया जाएगा। बैठक में पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सह पर्यवेक्षक के रूप में विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी भी मौजूद रहेंगी।
उत्तराखंड में भाजपा ने शानदार बहुमत तो हासिल कर लिया लेकिन मुख्यमंत्री धामी को खटीमा से हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में सरकार का नेतृत्व कौन करेगा, इसे लेकर संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई और इसे दूर करने के लिए भाजपा में शीर्ष स्तर पर मंथन का दौर चालू हो गया जो लगातार जारी है। सूत्रों के मुताबिक हार के बावजूद धामी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। शाह के आवास पर जारी बैठक में धामी की मौजूदगी भी इसका संकेत करती है।
बैठक में मौजूद सूत्रों ने बताया कि कई विधायकों ने धामी के लिए अपनी सीट खाली करने का प्रस्ताव दिया है।सूत्रों के अनुसार चौबट्टाखाले के विधायक सतपाल महाराज, श्रीनगर के विधायक धन सिंह रावत, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल हैं।गौरतलब है कि प्रदेश में 14 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव के इस माह घोषित परिणामों में भाजपा 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल कर लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने जा रही है।
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