हिमालय के गोद में बसा उत्तराखण्ड ऋषि मुनियों की तपोस्थली है। उत्तराखंड के बिनसर की खूबसूरती को लफ्जों में बयां कर पाना नामुमकिन है। दूर दूर तक फैली बर्फ की घाटियां, बर्फ की चादर ओढ़े पहाड़, घने जंगलो में चहचहाते चीढ़ और देवदार के पेड़ यहां की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। इसे भारत का छोटा स्वीट्जरलैंड भी कहा जाता है। बिनसर चारो तरफ हिमालय से घिरा उत्तराखण्ड के वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के बीचो बीच बसा एक छोटा सा शहर है। हाल ही में यहां पर बॉलीवुड के सबसे पावरफुल कपल और करोड़ो दिलों की धड़कन रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण ने अपनी तीसरी शादी की सालगिरह मनाई थी।
सर्दियों में बिनसर की खूबसूरती देखने लायक होती है। सर्दियों में बिनसर के पहाड़ और देवदार के वृक्ष बर्फ की चादर के नीचे ढ़क जाते हैं। ऐसे में यदि आप उत्तराखण्ड के बिनसर की सैर करने की योजना बना रहे हैं तो नवंबर से जनवरी के बीच यहां के मनोरम दृश्य का आनंद उठा सकते हैं। आइए जानते हैं उत्तराखण्ड के बिनसर के शानदार पर्यटन स्थल।
कसार देवी मंदिर
अल्मोड़ा की पहाड़ियों पर स्थित कसार देवी मंदिर का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यहां पर मां साक्षात रूप से विराजमान हैं। कहा जाता है कि दुनिया में यह एक ऐसी जगह है जहां चुंबकीय शक्तियां विराजमान हैं। मंदिर के आसपास के जगहों पर विशाल भू चुंबकीय शक्तियां पाई जाती हैं। इस मंदिर की असीम शक्ति से नासा के वैज्ञानिक भी हैरान हैं। इतिहासकारों के मुताबिक कसार देवी मंदिर के आसपास वाला पूरा क्षेत्र वैन एलेन बेल्ट है।
यहां पर आपको कुदरती खूबसूरती के साथ मानसिक शांति भी मिलेगी, उत्तराखण्ड के इस स्थान पर स्वामी विवेकानंद जी ने लंबे समय तक ध्यान किया था। ऐसे में यदि आप कुदरती खूबसूरती के साथ मानसिक शांति चाहते हैं तो एक बार कसार देवी मंदिर के दर्शन अवश्य करें।
बिनसर वन्यजीव अभयारण्य
अल्मोड़ा से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थिति बिनसर वन्य जीव अभयारण्य आपको जन्नत का अहसास कराएगा। यहां की प्राकृतिक सुंदरता आपका मनमोह लेगी। यहां पर आपको पेड़ों की लगभग 200 से अधिक प्रजातियां और कई तरह के जानवर देखने को मिलते हैं। ऐसे में यदि आप प्रकृति की सुंदरता का लुत्फ उठाना चाहते हैं और आपको शांत वातावरण पसंद है तो एक बार बिनसेर वन्य जीव अभयारण्य की सैर अवश्य करें।
खाली एस्टेट
यदि आप ऐतिहासिक स्थलों में रुचि रखते हैं तो बिनसर खाली एस्टेट की सैर एक बार अवश्य करें, इसे हेरिटेज होटल के नाम से भी जाना जाता है। पहाड़ों पर स्थित खाली स्टेट की खूबसूरती आपका मनमोह लेगी, देश दुनिया से पर्यटक खाली स्टेट की सैर करने के लिए आते हैं। ऐसे में यदि आप प्रकृति की सुंदरता के साथ एडवेंचर का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो एक बार बिनसर के खाली स्टेट की सैर अवश्य करें।
महादेव मंदिर
बिनसर से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महादेव मंदिर पौड़ी गढ़वाल में स्थित है। समुद्रतल से लगभग 2480 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर का निर्माण महाराजा पृथ्वी ने अपने पिता बिंदू की याद में करवाया था। वहीं पौराणिक कथाओं के अनुसार इस मंदिर का इतिहास महाभारत काल से भी जुड़ा है। कहा जाता है कि पांडवो ने यहां पर अपना अज्ञातवास का समय गुजारा था। महादेव का यह मंदिर अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यहां महादेव के दर्शनमात्र से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। ऐसे में यदि आप बिनसर घूमने की योजना बना रहे हैं तो एक बार महादेव मंदिर के दर्शन अवश्य करें।
कब करें बिनसर की सैर
यदि आप देवभूमि उत्तराखण्ड घूमने की योजना बना रहे हैं तो किसी भी मौसम में आप यहां की सैर कर सकते हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए आप मई जून के महीने में भी यहां की खूबसूरत वादियों का आनंद उठा सकते हैं। लेकिन यदि बिनसर का दीदार करना चाहते हैं तो अक्टूबर से जनवरी का समय घूमने के लिए सबसे अच्छा है।
कैसे पहुंचे
दिल्ली से बिनसर की दूरी करीब 410 किलोमीटर है। सड़क मार्ग द्वारा यहां पर आप 10 घंटे 4 मिनट में पहुंच सकते हैं। आपको बता दें बिनसर सड़क मार्ग, वायु मार्ग और रेल मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। ऐसे में आप दिल्ली से बिनसर आसानी से पहुंच सकते हैं।
वायु मार्ग
वहीं यदि आप हवाई जहाज से बिनसर जाने की योजना बना रहे हैं तो आपको इंदिरा गांधी एयरपोर्ट नई दिल्ली से पंतनगर हवाई अड्डे के लिए फ्लाइट मिल जाएगी। पंतनगर से बिनसर की दूरी करीब 145 किलोमीटर है, यहां पर आप टैक्सी से आसानी से पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग
यदि आप रेल मार्ग से जाने की योजना बना रहे हैं तो आपको नई दिल्ली से काठगोदाम रेलवे स्टेशन जाना होगा। यहां से आप टैक्सी के द्वारा बिनसर पहुंच सकते हैं।