Pranayama: अस्थमा के खतरे को कम करता है ये प्राणायाम, रोजाना 30 मिनट तक करने से दूर होंगी कई बीमारियां

Kapalbhati Pranayama Benefits: कपालभाती प्राणायाम आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है और इससे आप कई बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। वहीं इस प्राणायाम के कई फायदे हैं, इसे रोजाना करने से चहेरे पर चमक आती है।

Kapalbhati Pranayama
कपालभाति प्राणायाम के हैं कई फायदे 
मुख्य बातें
  • कपालभाति प्राणायाम के फायदे हैं।
  • रोजाना ऐसे करें कपालभाति प्राणायाम।
  • कपालभाति प्राणायाम करते वक्त इन बातों का रखें खास ख्याल।

इन दिनों बदलती जीवनशैली बीमारियों का कारण बन रही है, जिसकी वजह से लोगों की जिंदगी दवाओं पर निर्भर हो गई है। वहीं नियमित योग और प्राणायाम किया जाए तो कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं खत्म हो सकती हैं। बता दें कि योग और प्राणायाम मानसिक के साथ-साथ शारीरिक दोनों को फायदा पहुंचाता है। सुबह-सुबह रोजाना योगाभ्यास और प्राणायाम करें तो कफ, पित्त, अपच जैसी कई बीमारियां बहुत जल्द खत्म हो जाती हैं। अगर आपके पास समय नहीं है तो कुछ ऐसे प्राणायाम है, जिसे करने से आप स्वस्थ्य रह सकते हैं। इन्हीं में से एक है कपालभाति प्राणायाम। 

कपालभाति प्राणायाम के फायदे

  • रोजाना 30 मिनट तक कपालभाति प्राणायाम करें। यह शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकलने में मदद करता है।
  • अगर आप अस्थमा पीड़ित हैं तो रोजाना कपालभाति प्राणायाम करें। नियमित इस प्राणायाम को करने से राहत मिलती हैं।
  • इस प्राणायाम की मदद से चेहरे की खूबसूरती को भी बढ़ा सकते हैं। बता दें कि रोजाना कपालभाति करने से आंखों के नीचे काले घेरों को ठीक कर सकते हैं। 
  • वजन कम करने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है कपालभाति प्राणायाम।
  • दांत और बाल संबंधी परेशानियों से निजात पाने के लिए कपालभाति प्राणायाम करें।
  • कपालभाति प्राणायाम करने से कब्ज, गैस, एसिडिटी के साथ-साथ पेट संबंधी परेशानियों से राहत पा सकते हैं।
  • कपालभाति प्राणायाम करने से श्वसनमार्ग की सफाई हो जाती है। जिससे श्वसन संबंधी रोग दूर होते हैं।
  • साइनस की समस्या से राहत पाने के लिए कपालभाति प्राणायाम करना फायदेमंद है। इसके साथ ही यह मस्तिष्क को एक्टिव करने में मदद करता है।

ऐसे करें कपालभाति प्राणायाम

  1. इस प्राणायाम को करने के लिए सिद्धासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठ जाएं। इस दौरान अपनी हथेलियों को घुटनों पर रखें।
  2. अब अपनी हथेलियों की सहायता से घुटनों को पकड़कर शरीर को एकदम सीधा रखें।
  3. इसके बाद अपनी क्षमता के अनुसार अधिक गहरी सांस लेते हुए अपनी छाति को फुलाएं।
  4. अब झटके से सांस को छोड़ते हुए पेट को अंदर की ओर खींचे।
  5. इसके बाद आप अपने पेट की मांसपेशियों को ढीला छोड़ें, जिससे सांस फेफड़ों तक पहुंच जाए।
  6. प्राणायाम करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आपके द्वारा ली गई हवा एक ही झटके में बाहर आ जाए।
  7. रोजाना 30 मिनट तक इस प्राणायाम को करें। कपालभाति करते वक्त यह सोचें कि शरीर से नकारात्मक तत्व बाहर जा रहे हैं।

इन बातों का रखें खास ख्याल
कपालभाति प्राणायाम करते वक्त खास सावधानी बरतने की जरूरत होती है। क्योंकि यह प्राणायाम को करते वक्त दिमाग का अधिक इस्तेमाल होता है। ऐसे में अगर आप गलत तरीके से प्राणायाम करेंगे तो इसका असर दिमाग पर पड़ सकता है। इसके अलावा दिल की बीमारी भी हो सकती है।

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