हमारे शरीर को जितना अधिक पानी से सींचा जाएगा, वो उतना ही स्वस्थ रहेगा। जिस तरह से खाने का, सोने का, पढ़ने का और दूसरे कामों को करने के एक तरीका होता है, ठीक उसी तरह पानी पीने का भी एक सही तरीका होता है। पानी हमेशा बैठकर और थोड़ा-थोड़ा पीना चाहिए। इस तरह से पानी पीने के कई लाभ होते हैं। आइए जानते हैं कि बैठकर और थोड़ा-थोड़ा करके पानी पीने का क्या हैं 5 अमेजिंग फायदे।
जब भी आप खड़े होकर पानी पीते हैं, तो उससे पेट में प्रेशर के साथ पानी पहुंचता है। पानी का फोर्स अधिक होने से पेट, आसपास की जगह और आपके पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए जब भी पानी पीएं, अच्छी तरह से बैठकर औए एक-एक सिप करके ही पीएं। इससे आपकी पाचन क्रिया सही रहेगी।
ये तो आप भी जानते हैं कि किडनी का सही और सुचारू रूप से काम करना आपके जीवन के लिए कितना आवश्यक है। जब आप बैठकर और एक-एक घूंट पानी पीते हैं, तब आपके ब्लैडर में जमा गंदगी साफ हो जाती है। आपकी किडनी सही तरीके से काम करती हैं।
दौड़ते हुए, भागते हुए या फिर खड़े होकर पानी पीने से आपका पूरा बायोलॉजिकल सिस्टम प्रभावित होता है। इसका असर फेफड़ों पर भी पड़ता है। इससे खाने की नली और विंड पाइप में ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती है। जब आप आराम से कहीं बैठकर पानी पीते हैं, तो फेफड़े स्वस्थ रहते हैं।
पानी शरीर के लिए बहुत आवश्यक है। एक व्यक्ति भोजन के बिना कई दिनों तक जीवित रह सकता है, लेकिन पानी के बिना जीवित रहने की संभावना काफी कम हो जाती है। शरीर का लगभग 70% हिस्सा पानी है। यदि शरीर में पानी की मात्रा 1% भी कम हो जाती है, तो हमें प्यास लगती है। जब आप पानी पीने के लिए बैठते हैं, तो आपके मस्तिष्क को एक स्पष्ट संकेत मिलता है कि पानी की आवश्यकता पूरी हो गई है। वहीं जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं, तो आपकी प्यास नहीं बुझती।
शरीर को अगर पर्याप्त मात्रा में पानी मिल जाए तो उससे त्वचा संबंधी रोगों के होने के आसार बहुत कम होते हैं। जब भी आप बैठकर और एक-एक घूंट पानी पीते हैं, तो शरीर इससे अच्छी तरह से हाइड्रेट हो जाता है। इससे आपकी स्किन ग्लो करती है।
तो अब से जब भी आपको प्यास लगे पानी बैठकर और एक एक सिप ही पीएं। खड़े होकर पानी कभी नहीं पीएं।