ओस्लो : विश्व खाद्य कार्यक्रम को वर्ष 2020 के शांति नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है। उत्तर कोरिया, यमन के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भूख से लड़ने और खाद्य सुरक्षा के प्रयासों के लिए संयुक्त राष्ट्र के इस कार्यक्रम को इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने का ऐलान किया गया है। ओस्लो में नोबेल समिति के अध्यक्ष बेरिट रेइस एंडरसन ने नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा की।
नोबेल समिति ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी के चलते दुनियाभर में आर्थिक तंगी झेलने वाले और भूखे रहने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। समिति ने दुनियाभर की सरकारों से आह्वान किया कि वे विश्व खाद्य कार्यक्रम और अन्य सहायता संगठनों को वित्तीय मदद प्रदान करें, ताकि वे ऐसे लोगों को भोजन मुहैया करा सकें।
एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया में लगभग 69 करोड़ लोग भूखे पेट सोने पर मजबूर हैं। 1961 में स्थापना के बाद संयुक्त राष्ट्र के इस संगठन ने अब तक करोड़ों लोगों को मदद पहुंचाई है। बीते साल 97 करोड़ लोगों को इसने सहायता दी तो 88 देशों में 15 अरब राशन वितरित किए। संयुक्त राष्ट्र ने दुनियाभर से 2030 तक भूख को खत्म करने का लक्ष्य तय किया है।